Life Motication Part 16

 नमस्ते सभी को ,


आपका स्वागत है मेरे ब्लॉग पर,


अगर हम किसी को ज्यादा इज़्ज़त और समय देते है तो उनको यह लगता है की हम उसको ज्यादा समय दे रहे है तो हमको पागल समझते है 


किसी इंसान को उतनी ही इज़्ज़त दो जितना वो हक़दार है अगर उससे ज्यादा इज़्ज़त दोगे उसको तो वह समझता है उसके बिना हमारा काम ही नहीं चलेगा उस इंसान में अहंकार आ जाता है और जहा अहंकार आ जाता है उस इंसान का पतन होना अनिवार्य है इंसान अपने पतन का कारण खुद होता है और वो यह समझता है की दुसरो की वजह से उसका नुक्सान हुआ है जब तक इंसान ऐसा समझेगा वो कभी सुखी नहीं रह पायेगा।


इंसान अहंकार में इतना डूब जाता है की उसको अपना या पराया कुछ नहीं देखता वह निरंतर अपनी वजह से दुसरो को दुःख पहुँचता है और उस समय इंसान कोकोई कुछ नहीं बोल पाता पर जब वह वर्द्ध अवस्था में आता है तब उसको उसका दुसरोको दिया गया दुःख का परिणाम भुगतना पड़ता है | 



आप का धन्यवाद मेरे ब्लॉग पर आने का और इसको पढ़ने का 



दीपक शर्मा 




अगर इन बातो से किसी का दिल दुःखा हो तो माफ़ कीजियेगा मेरा ऐसा लिखना किसी का दिल दुखाने के लिए नहीं है 

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